2024-06-21
बैटरी भंडारण विधि: सौर पैनलों द्वारा उत्पन्न विद्युत ऊर्जा को बैटरी में संग्रहित किया जाता है। जब सूरज की रोशनी अपर्याप्त होती है, तो बैटरियां बिजली उपकरणों को विद्युत ऊर्जा छोड़ती हैं, जिससे सिस्टम का सामान्य संचालन सुनिश्चित होता है।
ग्रिड भंडारण विधि: विद्युत ऊर्जा को पावर ग्रिड में संग्रहित किया जाता है। जब सौर पैनल पर्याप्त ऊर्जा प्रदान नहीं कर पाते, तो ग्रिड बिजली की आपूर्ति करता है। इस विधि के लिए पेशेवर स्थापना और संचालन की आवश्यकता होती है, जिससे इसका उपयोग अधिक जटिल हो जाता है।
यांत्रिक भंडारण विधि: सौर पैनलों द्वारा उत्पन्न विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है, जैसे संपीड़ित हवा या भंडारण के लिए वजन उठाना। इस विधि के लिए बड़ी मशीनरी और अधिक ऊर्जा खपत की आवश्यकता होती है, इसलिए इसका उपयोग कम बार किया जाता है।
सौर पैनलों द्वारा उत्पन्न विद्युत ऊर्जा को बैटरियों में संग्रहित किया जा सकता है।
सौर ऊर्जा प्रणाली में, बैटरियां ऊर्जा भंडारण उपकरणों के रूप में कार्य करती हैं, जो दिन के दौरान उत्पन्न अतिरिक्त विद्युत ऊर्जा को रात में या बादल वाले दिनों में उपयोग के लिए संग्रहीत करती हैं। जब दिन के दौरान सौर ऊर्जा उत्पादन अपर्याप्त होता है, तो बैटरियां सौर ऊर्जा की पूर्ति कर सकती हैं। इसलिए, सौर ऊर्जा प्रणालियों में बैटरियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। शेष बैटरी क्षमता का सटीक अनुमान लगाने के लिए, सिस्टम के स्थिर संचालन को सुनिश्चित करते हुए, बैटरी को समय पर चार्ज या डिस्चार्ज करने के लिए एक पेशेवर बैटरी प्रबंधन प्रणाली या स्मार्ट बैटरी का उपयोग किया जा सकता है।
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